Mumbai Local Station Rename – 7 स्टेशनों को मिला नया नाम, जानिए कहां-कहां बदलाव

Published On: August 6, 2025
Mumbai Local Stations Renamed

मुंबई की लोकल ट्रेनें सिर्फ आवागमन का साधन नहीं, बल्कि इस शहर की धड़कन हैं। इन ट्रेनों और उनके स्टेशनों से लाखों लोग रोज़ सफर करते हैं। हाल ही में महाराष्ट्र सरकार ने मुंबई के सात प्रमुख लोकल रेलवे स्टेशनों के नाम बदलने का फैसला किया है। ये बदलाव शहर की सांस्कृतिक, ऐतिहासिक, और सामाजिक विरासत को और नज़दीक लाने के लिए किए जा रहे हैं। ऐसा पहली बार नहीं हुआ है, जब स्टेशनों के नामों को ऐतिहासिक या स्थानीय महत्त्व का ध्यान रखते हुए बदला गया हो।

इस कदम का मुख्य उद्देश्य है – विदेशी (ब्रिटिश) दौर के नामों को हटाकर स्थानीय और सांस्कृतिक पहचान को उजागर करना। इससे मुंबई की विरासत और यहाँ के लोगों की भावनाओं का सम्मान बढ़ेगा। इससे पहले भी ‘विक्टोरिया टर्मिनस’ (VT) का नाम बदलकर ‘छत्रपति शिवाजी महाराज टर्मिनस’ (CSMT) रखा गया था, और ‘एल्फिंस्टन रोड’ स्टेशन ‘प्रभादेवी’ कहलाया जाने लगा। यह प्रक्रिया दर्शाती है कि सरकार ऐसी पहलों से स्थानीय पहचान को बढ़ाना चाहती है।

मुंबई लोकल स्टेशनों के नाम बदलने की योजना

महाराष्ट्र विधान परिषद ने मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के नेतृत्व में प्रस्ताव पारित किया कि मुंबई के सात लोकल रेलवे स्टेशनों के नाम बदले जाएं। इसे ‘महा यूति’ सरकार (शिवसेना, बीजेपी और एनसीपी का गठबंधन) ने मंजूरी दी है। भारत सरकार से अंतिम मंज़ूरी मिलने के बाद ये नए नाम लागू हो जाएंगे। यह बदलाव शहर की सांस्कृतिक जड़ों को और मजबूत करने तथा उपनिवेशकालीन नामों को हटाने की दिशा में एक अहम कदम है।

दूसरी तरफ, प्रशासनिक प्रक्रिया के तहत, किसी भी स्टेशन का नाम बदलने के लिए राज्य सरकार प्रस्ताव भेजती है, जिसे गृह मंत्रालय और रेलवे मंत्रालय से मंजूरी मिलती है। मंजूरी के बाद रेलवे अपने रिकॉर्ड, टिकटिंग सिस्टम और स्टेशनों के साइनबोर्ड में नए नाम अपडेट करता है। इससे न सिर्फ महसूस होती है जगहों की स्थानीयता, बल्कि यात्रियों के लिए सांस्कृतिक गर्व भी बढ़ जाता है।

किन-किन स्टेशनों के नाम बदलेंगे?

जिन सात स्टेशनों के नाम बदले जाएंगे वे निम्न हैं:

  1. Currey Road स्टेशन का नया नाम – Lalbaug
  2. Sandhurst Road का नाम – Dongri
  3. Marine Lines का नाम – Mumbadevi
  4. Charni Road का नाम – Girgaon
  5. Cotton Green का नाम – Kalachowki
  6. Dockyard Road का नाम – Mazgaon
  7. King’s Circle का नाम – Tirthankar Parswanath

इन नामों का चयन वहाँ के ऐतिहासिक, धार्मिक या सांस्कृतिक महत्त्व के आधार पर किया गया है। जैसे ‘मंबादेवी’ शहर की देवी हैं और उन्हीं के नाम पर मुंबई का नाम पड़ा है। ‘लालबाग’ का नाम वहाँ के प्रसिद्ध गणपति पंडाल और पारंपरिक त्योहारों के कारण चुना गया है। इसी प्रकार ‘डकयार्ड रोड’ के स्थान पर ‘मझगांव’, जो पुराने बंदरगाह क्षेत्र के रूप में प्रसिद्ध है, रखा जाएगा।

बदलाव का असर और पिछला इतिहास

इस निर्णय का असर स्थानीय लोगों की पहचान, गर्व और ऐतिहासिक धरोहर पर पड़ेगा। आज़ादी के बाद से भारत में कई स्थानों के नाम स्थानीय संस्कृति और ऐतिहासिक तथ्यों के आधार पर बदले जा चुके हैं। मुंबई में भी पहले ‘बॉम्बे’ से ‘मुंबई’, ‘एल्फिंस्टन रोड’ से ‘प्रभादेवी’, और ‘विक्टोरिया टर्मिनस’ से ‘छत्रपति शिवाजी महाराज टर्मिनस’ नाम रखे गए थे। यह बदलाव सामूहिक स्मृति और शहर की सांस्कृतिक विविधता को सशक्त करते हैं।

इस बार का बदलाव स्थानीय लोगों के अनुरोध और सामाजिक संगठनों की मांगों पर आधारित हैं, जिसमें स्थानीय विधायकों और सांसदों ने भी अहम भूमिका निभाई है। इससे यात्रियों को उन इलाकों की असली पहचान जानने का अवसर मिलेगा और मुंबई के नए और पुराने नागरिकों के भीतर एक नई जुड़ाव की भावना आएगी।

निष्कर्ष

मुंबई के सात लोकल स्टेशनों के नाम बदलना केवल प्रशासनिक कदम नहीं है, बल्कि यह शहर की ऐतिहासिक, सांस्कृतिक और सामाजिक जड़ों को फिर से जीवंत करने की कोशिश है। इससे मुंबई को अपनी पहचान और विरासत को आगे बढ़ाने का अवसर मिलेगा, साथ ही यात्रियों को भी अपने नगर के गौरवपूर्ण अतीत से जुड़ने का अहसास होगा। यह नाम परिवर्तन शहर की विविधता और समृद्ध परंपराओं के आदर का प्रतीक है।

Chetna Tiwari

Chetna Tiwari is an experienced writer specializing in government jobs, government schemes, and general education. She holds a Master's degree in Media & Communication and an MBA from a reputed college based in India.

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