झारखंड सरकार की मंईयां सम्मान योजना राज्य की गरीब और जरूरतमंद महिलाओं को आर्थिक सहायता देने के लिए शुरू की गई एक प्रमुख योजना है। इस योजना के अंतर्गत पात्र महिलाओं को हर महीने ₹2500 की राशि सीधे उनके बैंक खातों में ट्रांसफर की जाती है। इसका उद्देश्य महिलाओं की आर्थिक स्थिति को मजबूत करना और उन्हें आत्मनिर्भर बनाना है। अब इस योजना की 11वीं किस्त जुलाई 2025 में जारी हो रही है, जिसमें महिलाओं के खाते में ₹2500 जमा किए जाएंगे।
इस योजना से लगभग 52 लाख महिलाएं लाभान्वित होती हैं, जिन्हें समय-समय पर किस्त जारी की जाती है। छूट या देरी के कारण जिन महिलाओं का भुगतान लंबित होता है, सरकार उसे जल्द पूरा करने के प्रयास में है। 11वीं किस्त खासतौर पर जून महीने की राशि है, जिसका भुगतान जुलाई के अंत तक लगभग झारखंड के 12 जिलों में शुरू हो चुका है। जिन जिलों में पहले भुगतान हो रहा है उनमें रांची, धनबाद, बोकारो, जमशेदपुर, हजारीबाग, देवघर, गिरिडीह, रामगढ़, पलामू, गढ़वा, दुमका और साहिबगंज प्रमुख हैं।
Maiya Samman Yojana 11th Installment 2025
मंईयां सम्मान योजना झारखंड सरकार की एक समाजिक सुरक्षा पहल है, जिसका मुख्य उद्देश्य गरीब और आर्थिक रूप से कमजोर महिलाओं को नियमित आर्थिक सहायता देना है। इस योजना के तहत पात्र महिलाएं हर महीने ₹2500 की वित्तीय सहायता पाती हैं, जो उनके जीवन यापन और परिवार की जरूरतों में मदद करती है। राशि सीधे महिलाओं के बैंक खातों में डीबीटी (डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर) के माध्यम से भेजी जाती है, ताकि पारदर्शिता बनी रहे और लाभ सीधे सही हाथों तक पहुंचे।
पात्रता की कुछ मुख्य शर्तें हैं: महिला की उम्र 18 से 50 वर्ष के बीच होनी चाहिए, वे झारखंड की स्थाई निवासी हों, परिवार की वार्षिक आय 2.5 लाख रुपये से अधिक न हो, परिवार में कोई टैक्स देने वाला सदस्य या सरकारी नौकरी में न हो, और परिवार के पास चार पहिया वाहन न हो। इसके अलावा, महिला का अपना एक बैंक खाता होना चाहिए जो आधार लिंक्ड हो ताकि भुगतान सीधे खाते में आए।
11वीं किस्त की राशि और भुगतान तिथि
11वीं किस्त जून महीने की है, जिसमें ₹2500 की राशि हर पात्र महिला के खाते में जमा की जाएगी। यह भुगतान जुलाई 2025 के अंत तक धीरे-धीरे सभी जिलों में किया जाएगा। झारखंड सरकार ने इस किस्त को दो चरणों में जारी करने का निर्णय लिया है। पहले चरण में 12 प्रमुख जिलों की महिलाएं भुगतान प्राप्त करेंगी, बाद के चरण में अन्य जिलों में राशि भेजी जाएगी।
अगर किसी महिला ने 10वीं किस्त अभी तक नहीं पाई है, तो 10वीं और 11वीं किस्त की राशि ₹5000 एक साथ भी मिल सकती है। भुगतान के लिए आवश्यक है कि महिला का बैंक खाता आधार से लिंक हो और उसका ई-केवाईसी (इलेक्ट्रॉनिक केवाईसी) पूरा हो। 11वीं किस्त के भुगतान में काम कर रही टीम सत्यापन प्रक्रिया पूरी कर रही है ताकि सभी योग्य महिलाएं लाभान्वित हो सकें।
भुगतान की स्थिति (स्टेटस) कैसे जांचें?
मंईयां सम्मान योजना की 11वीं किस्त का भुगतान स्टेटस चेक करने के लिए महिलाएं आधिकारिक राज्य पोर्टल या संबंधित सरकारी वेबसाइट पर लॉगिन कर सकती हैं। इसके लिए उन्हें अपना आवेदन नंबर, मोबाइल नंबर और कैप्चा कोड डालना होता है। उसके बाद OTP (वन टाइम पासवर्ड) के जरिए सत्यापन कर भुगतान की स्थिति देखी जा सकती है।
यदि आपकी राशि नहीं आई है या भुगतान लंबित है, तो वहां से इसका पता लगाया जा सकता है कि किस कारण भुगतान में देरी हो रही है। सत्यापन अधूरा होने या दस्तावेजों में त्रुटि होने पर भी भुगतान रुका रह सकता है, इसलिए अपने दस्तावेज और बैंक विवरण सही रखें।
आवेदन कैसे करें?
मंईयां सम्मान योजना के लिए आवेदन करना सरल है। इच्छुक महिलाएं झारखंड की स्थाई निवासी होनी चाहिएं और उनकी आयु 18 से 50 वर्ष के बीच होनी चाहिए। आवेदन के समय आधार कार्ड, बैंक खाता विवरण और पहचान पत्र जैसे दस्तावेज जमा करने होते हैं।
आवेदन संबंधित विभाग या स्थानीय सरकारी कार्यालय में जाकर किया जा सकता है। आवेदन प्रक्रिया में भौतिक सत्यापन भी जरूरी है, जो जिला स्तरीय अधिकारी करते हैं। सत्यापन पूरा होने के बाद ही निवासिनी को योजना के तहत लाभ मिलेगा।
योजना का महत्व
मंईयां सम्मान योजना गरीब महिलाओं के लिए आर्थिक सुरक्षा और सामाजिक समरसता का जरिया बन चुकी है। ₹2500 की मासिक राशि से महिलाएं अपने परिवार की आवश्यकताओं को पूरा करने में समर्थ होती हैं, जैसे कि बच्चों की शिक्षा, स्वास्थ्य देखभाल और रोजमर्रा के खर्च। यह योजना महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाकर उनके आत्मसम्मान को बढ़ावा देती है।
योजना से महिलाओं की स्थिति में सुधार हुआ है और वे सामाजिक रूप से भी मजबूत हुई हैं। यह सहायता गरीब परिवारों की आर्थिक स्थिति बेहतर करने में भी मददगार साबित हो रही है।
निष्कर्ष
मंईयां सम्मान योजना 11वीं किस्त के जरिए झारखंड की महिलाओं को ₹2500 की आर्थिक मदद जल्द ही उनके खाते में मिलेगी। पात्र महिलाएं अपनी पेमेंट स्टेटस जांच सकती हैं और यदि अनिवार्य हो तो आवेदन प्रक्रिया में सक्रिय रहकर अपने दस्तावेज अपटूडेट रखें। इस योजना से महिलाओं को न सिर्फ वित्तीय सुरक्षा मिलती है, बल्कि वे अपने जीवन में सकारात्मक बदलाव भी ला पाती हैं।