महाराष्ट्र सरकार महिलाओं के सशक्तिकरण के लिए कई योजनाएं चला रही है, जिनमें लाडकी बहिन योजना (Majhi Ladki Bahin Yojana) सबसे लोकप्रिय और असरदार योजना है। इस योजना के तहत राज्य की गरीब और जरूरतमंद महिलाओं को हर महीने सरकारी आर्थिक सहायता दी जाती है। सरकार का उद्देश्य है कि महिलाएं आत्मनिर्भर बन सकें, परिवार में उनकी भूमिका और स्थिति मजबूत हो, और वे अपनी मूलभूत आवश्यकताओं को खुद पूरा कर पाएं। हजारों महिलाओं को अब तक इसका लाभ मिल चुका है, जिससे उनके जीवन में बड़ा सकारात्मक बदलाव आया है।
लाडकी बहिन योजना का लाभ खासकर उन महिलाओं को दिया जाता है जिनकी वार्षिक पारिवारिक आय सीमित है। महाराष्ट्र में कई ऐसे परिवार हैं जहाँ महिला सदस्य मुख्य कमाने वाली नहीं होती, या उनके पास इतनी आय नहीं होती कि वे बिना निर्भर हुए अपनी जरूरतें पूरी कर सकें। सरकार की इस पहल से इन महिलाओं को आर्थिक सुरक्षा मिलती है और उनका आत्मविश्वास बढ़ता है।
Ladki Bahin Yojana 13th Installment 2025
लाडकी बहिन योजना की 13वीं किस्त का इंतजार हजारों महिलाओं को था। सरकार ने इस बार रक्षाबंधन के त्योहार से ठीक पहले यानी 8 अगस्त 2025 को किस्त की राशि ट्रांसफर करने की घोषणा की है। इस बार भी eligible (पात्र) महिलाओं के खाते में ₹1500-₹1500 रुपये सीधा DBT (Direct Benefit Transfer) के माध्यम से जमा किए जाएंगे। इस किस्त के लिए महाराष्ट्र सरकार ने कुल 2,984 करोड़ रुपये जारी किए हैं। बताया जा रहा है कि पूरे प्रदेश की लगभग सवा दो करोड़ महिलाओं को इसका लाभ मिलेगा।
13वीं किस्त की प्रक्रिया दो चरणों में चलेगी। पहला चरण जुलाई महीने के अंत या अगस्त की शुरुआत में शुरू हुआ है, जिसमें ज्यादातर महिलाओं के खाते में रकम इंटरनल जांच तथा सत्यापन के बाद पहुँच जाएगी। यदि पिछली किस्त नहीं मिली है तो महिला को बैंक दस्तावेज और DBT लिंक स्टेटस जांचना चाहिए। किस्त ट्रांसफर से पहले सरकार पात्र महिलाओं की सूची तैयार करती है। अपात्र महिलाएं, गलत दस्तावेज या सरकारी नौकरी वालों को इस बार किस्त नहीं मिलेगी।
लाडकी बहिन योजना क्या है और क्या मिलता है इसमें?
इस योजना के तहत महाराष्ट्र की गरीबी रेखा के नीचे रहने वाली महिलाओं, 18 से 65 वर्ष की उम्र के बीच, को हर महीने ₹1500 रुपये सीधा बैंक खाते में प्राप्त होते हैं। परिवार की कुल वार्षिक आय 2.5 लाख रुपये से कम होनी चाहिए। महिला का अपना बैंक खाता होना जरूरी है और वह DBT से लिंक होना चाहिए। ट्रैक्टर के अलावा अन्य चार पहिया वाहन होना अपात्रता की श्रेणी में है। सरकार की प्राथमिकता है उन महिलाओं तक सहायता पहुँचाना, जो सचमुच जरूरतमंद हैं।
आवेदन की प्रक्रिया ऑनलाइन/ऑफलाइन चलती है, जिसमें दस्तावेज़ों की जाँच, बैंक डीबीटी लिंकिंग, जन्म प्रमाण-पत्र, पहचान पत्र, और परिवार की आय, वाहन का विवरण आदि मांगे जाते हैं। सरकार हर किस्त से पहले लाभार्थी सूची अपडेट करती है और डाटा सत्यापित करती है, ताकि सही महिलाओं तक सहायता पहुँच सके।
आवेदन कैसे करते हैं?
अगर आप महाराष्ट्र राज्य की निवासी, 18 से 65 उम्र के बीच की महिला हैं और परिवार की वार्षिक आय 2.5 लाख रुपये से कम है तो आप आवेदन कर सकती हैं। आपको अपना आधार कार्ड, बैंक खाता (DBT लिंक्ड), परिवार की आय का प्रमाण-पत्र, वाहन और नौकरी संबंधी जानकारी आदि जमा करनी होगी। सभी दस्तावेज सही और सटीक हों, यह बहुत जरूरी है। अगर आवेदन या दस्तावेज़ में कोई त्रुटि है, तो किस्त मिलने में दिक्कत हो सकती है।
अन्य जरूरी बातें
बीते महीनों में अपात्र महिलाओं को हटाने की प्रक्रिया तेज कर दी गई है। स्कीम का लाभ सिर्फ उन्हीं महिलाओं को मिलेगा जिनके डॉक्युमेंट और eligibility सही होगी। सरकार ने इस बार distribution पर ज्यादा सख्ती की है। योजना महाराष्ट्र में चुनावों और महिला सशक्तिकरण की दृष्टि से भी बहुत अहम रही है और इसी वजह से सरकार ने 36,000 करोड़ से ज्यादा का बजट सिर्फ इस स्कीम के लिए आवंटित किया है।
इस बार की किस्त को रक्षाबंधन के त्यौहार से जोड़ा गया है, जिससे महिलाओं को एक अतिरिक्त खुशी और सम्मान का अहसास मिले।
निष्कर्ष
लाडकी बहिन योजना महाराष्ट्र सरकार की महिलाओं के लिए एक खास और जरूरी पहल है, जिससे गरीब और जरूरतमंद महिलाएं आर्थिक रूप से सशक्त बन पा रही हैं। 13वीं किस्त रक्षाबंधन के मौके पर सीधे उनके खाते में ट्रांसफर की जा रही है। अगर आप पात्र महिला हैं तो अपने दस्तावेज़ और बैंक स्टेटस जरूर जांच लें, ताकि आपको योजना का पूरा लाभ मिल सके।