Krishi Yantra Subsidy Yojana 2025: 3 स्टेप में पाएं 75% छूट, वरना लाखों का नुकसान

Published On: August 14, 2025
Krishi Yantra Subsidy Yojana 2025

भारत की अर्थव्यवस्था में कृषि का महत्वपूर्ण स्थान है और देश के लाखों किसान इस क्षेत्र से जुड़े हुए हैं। अधिक उत्पादकता और समय की बचत के लिए आधुनिक कृषि यंत्रों का उपयोग बढ़ाना जरूरी है। सरकारी योजनाएं किसानों को यह सुविधा सस्ती कीमत पर उपलब्ध कराने के लिए सब्सिडी प्रदान करती हैं।

इसी कड़ी में केंद्र और राज्य सरकार द्वारा शुरू की गई “कृषि यंत्र सब्सिडी योजना” किसानों को आधुनिक कृषि यंत्र खरीदने में आर्थिक सहायता देती है। इस योजना के तहत किसानों को ट्रैक्टर, हार्वेस्टर, सीड ड्रिल, स्प्रिंकलर सिस्टम जैसे उपकरणों पर 50% से 80% तक सब्सिडी दी जाती है, जिससे खेती की लागत कम होती है और पैदावार बढ़ती है।

Krishi Yantra Subsidy Yojana 2025

कृषि यंत्र सब्सिडी योजना केंद्र और विभिन्न राज्य सरकारों द्वारा चलाई जा रही एक महत्वपूर्ण योजना है। इसका उद्देश्य किसानों को आधुनिक और उन्नत कृषि यंत्र उपलब्ध कराना है, जिससे वे अपनी खेती को अधिक लाभकारी और कुशल बना सकें। इस योजना में छोटे और सीमांत किसान, कृषि समूह, स्वयं सहायता समूह आदि को प्राथमिकता दी जाती है। सरकार द्वारा कृषि यंत्रों की खरीदी पर भारी सब्सिडी दी जाती है जिससे किसानों की आर्थिक कमजोरी दूर हो सके।

यह योजना कृषि मंत्रालय एवं राज्य कृषि विभागों द्वारा संचालित होती है, जो किसानों को ट्रैक्टर, रोटावेटर, मल्टी क्रॉप थ्रेसर, ड्रिप इरिगेशन सिस्टम, स्प्रिंकलर सिस्टम, सीड ड्रिल जैसे यंत्र खरीदने पर 50% से 80% तक की सब्सिडी देती है। इसका मुख्य उद्देश्य खेती को मशीनीकृत करना, खेती में श्रम व समय की बचत करना तथा किसानों की आय में वृद्धि करना है। इससे खेती में आधुनिक तकनीक का उपयोग बढ़ता है और किसान आत्मनिर्भर बनते हैं।

योजना के लाभ

इस योजना के कई लाभ किसानों को सीधे मिलते हैं। सबसे बड़ा लाभ यह है कि किसानों को कृषि यंत्रों की कीमत पर भारी छूट मिलती है। इससे वह कम पूंजी खर्च कर अधिक लाभकारी मशीनरी खरीद पाते हैं। श्रम की लागत कम होती है क्योंकि मशीनीकरण से मजदूरी में बचत होती है। साथ ही खेती के कार्य तेजी से पूरे होते हैं, जिससे समय की बचत होती है। मशीनी खेती से फसल की गुणवत्ता और उत्पादन दोनों में सुधार होता है, जिससे किसानों की आमदनी बढ़ती है।

सरकार सीधे किसानों के बैंक खाते में सब्सिडी की राशि ट्रांसफर करती है, जिससे भ्रष्टाचार कम होता है और लाभ सीधे लाभार्थी तक पहुँचता है। इसके अलावा, योजना से छोटे और सीमांत किसानों को सशक्त बनाने में मदद मिलती है और वे परंपरागत खेती से आधुनिक खेती की ओर बढ़ते हैं।

योजना की पात्रता

इस योजना के तहत आवेदन करने के लिए आवेदक के भारत का मूल निवासी होना आवश्यक है। इसके अलावा, आवेदक के पास कृषि योग्य जमीन होनी चाहिए। योजना में छोटे और सीमांत किसानों को प्राथमिकता दी जाती है, साथ ही स्वयं सहायता समूह (SHG) और किसान उत्पादक संगठन (FPO) के सदस्य भी आवेदन कर सकते हैं। ट्रैक्टर चालित यंत्रों के लिए ट्रैक्टर का पंजीकरण आवेदक के नाम पर होना चाहिए।

आवश्यक दस्तावेज

  • आधार कार्ड
  • पहचान प्रमाण (वोटर आईडी, पैन कार्ड)
  • जमीन के कागजात (खसरा, खतौनी)
  • बैंक खाता पासबुक
  • पासपोर्ट साइज फोटो
  • मोबाइल नंबर (रजिस्टर्ड)
  • ट्रैक्टर के लिए रजिस्ट्रेशन कार्ड (आरसी)

आवेदन कैसे करें?

किसान इस योजना के लिए दो तरीकों से आवेदन कर सकते हैं – ऑनलाइन और ऑफलाइन।

ऑनलाइन आवेदन:
किसान आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर नये आवेदन फॉर्म को भर सकते हैं। फॉर्म भरते समय सभी आवश्यक दस्तावेज अपलोड करें और आवेदन फीस जमा करें। पूरा फॉर्म जमा करने के बाद आवेदन संख्या प्राप्त होती है, जिससे आवेदन की स्थिति ऑनलाइन चेक की जा सकती है। ऑनलाइन प्रक्रिया से समय की बचत होती है और आवेदन अधिक पारदर्शी होता है।

ऑफलाइन आवेदन:
किसान अपने नजदीकी कृषि विभाग या ब्लॉक कार्यालय जाकर आवेदन फॉर्म प्राप्त कर सकते हैं। फॉर्म को सही तरीके से भरकर आवश्यक दस्तावेजों की प्रतिलिपि संलग्न कर अधिकारी के पास जमा करें। आवेदन जमा करने के बाद रसीद लें जिससे आगे की प्रक्रिया में मदद मिलती है।

योजना में कौन-कौन से कृषि यंत्र शामिल हैं?

इस योजना में विभिन्न कृषि यंत्र शामिल हैं जैसे ट्रैक्टर, पावर टिलर, स्प्रिंकलर सिस्टम, ड्रिप इरिगेशन, हार्वेस्टर, सीड ड्रिल, रोटावेटर, मल्टी क्रॉप थ्रेसर, मल्टी क्रॉप प्लांटर, छेनी हल आदि। राज्य सरकारें अलग-अलग यंत्रों पर सब्सिडी के प्रतिशत तय करती हैं, जो आमतौर पर 50% तक होती है। कुछ राज्यों में अनुसूचित जाति/जनजाति, महिला किसानों और सीमांत किसानों को विशेष छूट भी दी जाती है।

योजना का महत्व

कृषि यंत्र सब्सिडी योजना से किसानों को आधुनिकतम तकनीक का लाभ मिलता है। इससे खेती में लागत कम होती है और उत्पादन बढ़ता है। छोटे और सीमांत किसान भी इस योजना के तहत लाभान्वित होकर बेहतर कृषि यंत्र खरीद सकते हैं। इससे भारत की कृषि उन्नति होती है और किसानों की जीवनशैली में सुधार आता है।

निष्कर्ष

कृषि यंत्र सब्सिडी योजना किसानों के लिए बेहद लाभकारी है। यह योजना उन्हें उन्नत कृषि यंत्रों से लैस करके खेती को आसान, त्वरित और अधिक लाभकारी बनाने में समर्थ बनाती है। इस योजना के तहत अब किसानों को आर्थिक बोझ कम होता है और वे उच्च गुणवत्ता वाली मशीनरी आसानी से प्राप्त कर सकते हैं। ऐसे में सभी योग्य किसान इस योजना के लिए जल्द आवेदन करें और अपने कृषि कार्य में नई क्रांति लाएं।

Leave a comment

Join Whatsapp