प्रधानमंत्री यशस्वी छात्रवृत्ति योजना (PM-YASASVI Scholarship Yojana) 2025, भारत सरकार की एक महत्वपूर्ण पहल है, जिसका उद्देश्य पिछड़े वर्गों, आर्थिक रूप से कमजोर वर्गों और घुमंतू—अर्धघुमंतू जनजातियों के विद्यार्थियों को शैक्षिक सहायता देना है। बहुत से प्रतिभाशाली विद्यार्थी आर्थिक तंगी के कारण अपनी पढ़ाई को बीच में छोड़ देते हैं, जिससे उनके सपनों को पर लगना मुश्किल हो जाता है। ऐसे बच्चों की पढ़ाई में कोई बाधा न आए, इसके लिए केंद्र सरकार ने प्रधानमंत्री यशस्वी छात्रवृत्ति योजना की शुरुआत की है।
यह योजना सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय द्वारा चलाई जाती है और इसका लाभ देशभर के योग्य विद्यार्थी ले सकते हैं। इसमें मुख्य रूप से OBC, EBC और DNT वर्ग के वे छात्र शामिल हैं, जो कक्षा 9वीं से 12वीं तक किसी मान्यता प्राप्त सरकारी या सहायता प्राप्त स्कूल में पढ़ते हैं और जिनके अभिभावकों की वार्षिक आय 2.5 लाख रुपए से कम है। चयन केवल मेरिट के आधार पर होता है, यानी पिछली कक्षा में हासिल अंकों की वजह से छात्र को सीधे छात्रवृत्ति मिलती है। कोई अलग परीक्षा नहीं देनी पड़ती।
PM-YASASVI Scholarship 2025
प्रधानमंत्री यशस्वी छात्रवृत्ति योजना (PM-YASASVI) का पूरा नाम प्रधानमंत्री यंग अचीवर्स स्कॉलरशिप अवार्ड स्कीम फॉर वाइब्रेंट इंडिया है। इसका लक्ष्य OBC, EBC और DNT वर्ग के होनहार विद्यार्थियों को आर्थिक सहारा देकर उनकी आगे की पढ़ाई में मदद करना है। सरकार मानती है कि यदि इन बच्चों को आर्थिक चिंता से आज़ाद रखा जाए, तो वे समाज व राष्ट्र की प्रगति में और भी बड़ा योगदान दे सकते हैं।
योजना का सबसे अच्छा पक्ष यह है कि इसमें छात्रवृत्ति पाने के लिए कोई इंटरव्यू या टेस्ट नहीं देना होता। केवल पिछली कक्षा में अच्छे अंक लाना ही काफी है। इस स्कीम के तहत विद्यार्थियों को ट्यूशन फीस, किताबों का खर्च, हॉस्टल चार्ज, और अन्य संबंधित शैक्षिक खर्चों के लिए सीधा बैंक खाते में पैसे मिलते हैं। इतना ही नहीं, लड़कियों और लड़कों के लिए अलग—अलग मेरिट लिस्ट बनाई जाती है, जिससे चयन में पारदर्शिता बनी रहती है।
कौन कर सकता है आवेदन?
यह योजना केवल OBC, EBC (आर्थिक रूप से पिछड़ा वर्ग), और DNT (घुमंतू जनजाति/अर्धघुमंतू जनजाति) के विद्यार्थियों के लिए है।
आवेदनकर्ता का भारत का नागरिक होना और मान्यता प्राप्त स्कूल में कक्षा 9, 10, 11 या 12 में अध्ययनरत होना ज़रूरी है।
अभिभावकों की कुल सालाना आय 2.5 लाख रुपए से अधिक नहीं होनी चाहिए।
विद्यार्थी ने पिछला शैक्षिक वर्ष पास किया हो।
यदि किसी को अन्य सरकारी छात्रवृत्ति मिल रही है, तो वह इस योजना के लिए पात्र नहीं रहेगा।
कितनी राशि मिलती है?
कक्षा 9वीं और 10वीं के विद्यार्थियों को प्रतिवर्ष अधिकतम 75,000 रुपए तक का छात्रवृत्ति लाभ मिलता है।
कक्षा 11वीं और 12वीं के स्टूडेंट्स को हर साल 1,25,000 रुपए तक की राशि सरकार की ओर से मिलती है।
यह पैसा विद्यार्थियों के बैंक खाते में डायरेक्ट ट्रांसफर किया जाता है।
इससे उनकी पढ़ाई के जरूरी खर्च, जैसे ट्यूशन फीस, किताबें, छात्रावास शुल्क आदि पूरे किए जा सकते हैं।
कैसे करें आवेदन?
प्रधानमंत्री यशस्वी छात्रवृत्ति योजना के आवेदन की प्रक्रिया पूरी तरह ऑनलाइन है।
स्टूडेंट्स को राष्ट्रीय छात्रवृत्ति पोर्टल पर जाकर फार्म भरना होता है।
आवेदन करते समय निम्न स्टेप्स फॉलो करें:
- सबसे पहले पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन करें।
- लॉगिन करके योजना का चयन करें।
- मांगी गई जानकारी भरें—जैसे नाम, वर्ग, कक्षा, स्कूल डिटेल, बैंक खाता नंबर आदि।
- सभी जरूरी दस्तावेज जैसे जाति प्रमाण पत्र, आय प्रमाण पत्र, पिछली कक्षा की मार्कशीट, स्कूल सर्टिफिकेट, आधार कार्ड आदि अपलोड करें।
- सब जानकारी और डॉक्युमेंट्स चैक करने के बाद फॉर्म सबमिट करें।
- आवेदन के बाद स्कूल और राज्य सरकार के नोडल ऑफिसर द्वारा आपकी जानकारी की पुष्टि की जाती है।
आवेदन हर वर्ष जून माह में शुरू होते हैं और अंतिम तिथि अगस्त तक रहती है।
2025 के लिए आवेदन 2 जून से शुरू होकर 31 अगस्त तक किए जा सकते हैं।
छात्रवृत्ति चयन प्रक्रिया कैसी है?
PM-YASASVI छात्रवृत्ति में सीधी मेरिट के आधार पर चयन होता है।
छात्र के पिछले शैक्षणिक परिणाम, यानी उसकी कक्षा 8, 10 या उसी वर्ष की मेरिट को आधार बनाकर नाम चुना जाता है।
राज्यवार और जेंडरवाइज (लड़के—लड़कियों की अलग सूची) मेरिट लिस्ट बनाई जाती है।
चयनित विद्यार्थियों को ही छात्रवृत्ति की राशि दी जाती है।
किसी प्रकार की परीक्षा नहीं ली जाती।
योजना की अन्य ख़ास बातें
विद्यार्थी को यदि इसी प्रकार की कोई अन्य छात्रवृत्ति पहले से मिल रही है, तो वह इस योजना के लिए पात्र नहीं रहेगा।
यह योजना केवल भारत में मान्य है और इसका लाभ वही विद्यार्थी ले सकते हैं, जो किसी सरकारी या सहायता प्राप्त स्कूल में नियमित तौर पर पढ़ रहे हों।
चयन व भुगतान प्रक्रिया पारदर्शी है और छात्रवृत्ति की राशि सीधे बैंक खाते में जाती है।
निष्कर्ष
प्रधानमंत्री यशस्वी छात्रवृत्ति योजना आर्थिक रूप से कमजोर, होनहार विद्यार्थियों के लिए सुनहरे अवसर की तरह है।
यह न सिर्फ बच्चों की पढ़ाई जारी रखने में मदद करती है, बल्कि उनमें आत्मविश्वास भी जगाती है।
सही समय पर आवेदन करके योग्य छात्र इस योजना का पूरा लाभ उठा सकते हैं और अपने भविष्य को उज्ज्वल बना सकते हैं।