मध्य प्रदेश सरकार की लाड़ली बहना योजना महिलाओं को आर्थिक सहायता प्रदान करने के लिए शुरू की गई एक महत्वपूर्ण योजना है। इस योजना के अंतर्गत 21 से 60 वर्ष की विवाहित महिलाओं को प्रतिमाह आर्थिक सहायता दी जाती है, जिससे वे अपनी आर्थिक स्थिति को मजबूत कर सकें। अब तक इस योजना के अंतर्गत 25 किस्तें जारी की जा चुकी हैं और अब 26वीं किस्त की राशि भी लाभार्थी महिलाओं के खातों में ट्रांसफर हो चुकी है। इस योजना ने लाखों महिलाओं को सशक्त बनाने में मदद की है और महिलाओं को समाज में सम्मान और स्वाभिमान के साथ जीने का मौका दिया है।
लाड़ली बहना योजना का मुख्य उद्देश्य महिलाओं की आर्थिक स्वतंत्रता को बढ़ावा देना है। इसमें महिलाओं के खाते में प्रतिमाह ₹1250 की राशि ट्रांसफर की जाती है। हाल ही में इस योजना की 26वीं किस्त के तहत ₹1500 की राशि खातों में भेजी गई है, जिसमें ₹1250 महीने की किस्त और रक्षाबंधन के अवसर पर ₹250 का विशेष शगुन भी शामिल है। इस योजना का लाभ अब तक लगभग 1.27 करोड़ महिलाओं को मिल चुका है। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने घोषणा की है कि दिवाली से यह राशि बढ़ाकर ₹1500 प्रतिमाह कर दी जाएगी और भविष्य में धीरे-धीरे ₹3000 तक पहुंचाई जाएगी।
योजना की 26वीं किस्त और इसके लाभ
मध्य प्रदेश सरकार द्वारा चलाई जा रही लाड़ली बहना योजना के तहत 12 जुलाई 2025 को 26वीं किस्त लाभार्थी महिलाओं के खातों में जमा की गई। इस किस्त के तहत कुल ₹1500 की राशि ट्रांसफर की गई है। इसमें ₹1250 सामान्य माहवारी किस्त के रूप में और ₹250 रक्षाबंधन के खास मौके पर शगुन के रूप में दिया गया है। इस तरह महिलाओं को एक साथ ₹1500 मिले। हालांकि, आगामी महीनों में यह राशि फिर से ₹1250 पर वापस आ जाएगी और दिवाली से ₹1500 भुगतान शुरू होगा।
इस योजना के द्वारा महिलाओं को प्रतिमाह सीधे उनके बैंक खातों में राशि भेजी जाती है ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि पैसों का लाभ सही लोगों तक पहुंचे। इस योजना के अंतर्गत आने वाली 1.27 करोड़ से अधिक महिलाएं प्रत्यक्ष लाभान्वित हो रही हैं। इसके अलावा सामाजिक सुरक्षा पेंशन योजना के अंतर्गत भी लगभग 56 लाख लोग लाभार्थी हैं, जिन्हें अतिरिक्त आर्थिक सहायता मिलती है।
सीएम मोहन यादव ने यह भी बताया कि इस योजना के तहत जब से सरकार बनी है, तब से लगातार राशि बढ़ाई गई है। शुरुआत में महिलाओं को ₹1000 प्रतिमाह दिए जाते थे, फिर यह ₹1250 पर पहुंचे और अब इसे भविष्य में ₹3000 तक ले जाने की योजना है। यह सरकार की महिलाओं को आर्थिक और सामाजिक सशक्तिकरण की दिशा में बड़ी पहल मानी जाती है।
आवेदन कैसे करें?
लाड़ली बहना योजना का लाभ पाने के लिए महिलाओं को कुछ जरूरी शर्तें पूरी करनी होती हैं। इस योजना में केवल 21 से 60 वर्ष की विवाहित महिलाएं ही पात्र होती हैं। इसके लिए आवेदन करना बेहद आसान है और आप इसे घर बैठे ऑनलाइन भी कर सकती हैं।
- सबसे पहले आधिकारिक वेबसाइट पर जाएं।
- वहाँ “लाभार्थी सूची में नाम देखें” के विकल्प पर क्लिक करें।
- फिर अपना जिला, ग्राम या नगर, और नाम जैसी आवश्यक जानकारी भरें।
- स्क्रीन पर आपको पता चल जाएगा कि आपका नाम इस योजना की लाभार्थी सूची में शामिल है या नहीं।
यदि आपका नाम सूची में नहीं है या किसी कारण से हट गया है, तो आप नजदीकी सेवा केंद्र, पंचायत कार्यालय या सरकारी विभाग में संपर्क करके दस्तावेजों को अपडेट करा सकती हैं। दस्तावेजों में कोई कमी या त्रुटि आपके नाम हटने का कारण हो सकती है।
फायदे और सरकार की भूमिका
लाड़ली बहना योजना न केवल आर्थिक सहायता प्रदान करती है, बल्कि महिलाओं के जीवन में सामाजिक सम्मान और आत्मनिर्भरता भी लाती है। सरकार की यह पहल महिलाओं की आर्थिक सुरक्षा को बढ़ावा देने के साथ ही उन्हें समाज में बराबरी का दर्जा दिलाने की दिशा में भी कदम है।
मध्य प्रदेश सरकार की योजना है कि अगले कुछ वर्षों में इस मदद की राशि को धीरे-धीरे बढ़ाकर ₹3000 प्रति माह कर दिया जाएगा, जिससे ज्यादा से ज्यादा महिलाएं इससे लाभान्वित हो सकें। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने भी इस योजना को महिला सशक्तिकरण का प्रमुख स्तंभ बताया है।
लाड़ली बहना योजना के साथ ही सरकार ने उज्जवला योजना और सामाजिक सुरक्षा पेंशन जैसी अन्य योजनाओं को भी महिलाओं और जरूरतमंदों तक पहुंचा रही है ताकि प्रदेश की गरीब और कमजोर वर्ग को बेहतर जीवन मिल सके।
निष्कर्ष
लाड़ली बहना योजना मध्य प्रदेश सरकार की एक बेहतरीन पहल है जो महिलाओं को आर्थिक और सामाजिक रूप से सशक्त बनाने में अहम भूमिका निभा रही है। इस योजना की 26वीं किस्त के तहत महिलाओं के खातों में ₹1500 की राशि जमा हो चुकी है। यह योजना महिलाओं की आर्थिक सहायता के साथ ही उन्हें आत्मनिर्भर बनाने का एक मजबूत माध्यम है। भविष्य में इस राशि में और वृद्धि होने की संभावना है जिससे और अधिक महिलाओं को लाभ मिलेगा।